मैं कहना चाहता हूँ क्या,
ये किसीने समझा ही नहीं।
इस दिवाने दिल का अरमान हैं क्या ,
ये किसीने समझा ही नहीं।
मेरी हँसी के साथ-साथ,
वो भी हँस दिए ज़ोर से।
किन हालातों में हँसता हूँ मैं,
ये किसीने समझा ही नहीं।
____ देव
ये किसीने समझा ही नहीं।
इस दिवाने दिल का अरमान हैं क्या ,
ये किसीने समझा ही नहीं।
मेरी हँसी के साथ-साथ,
वो भी हँस दिए ज़ोर से।
किन हालातों में हँसता हूँ मैं,
ये किसीने समझा ही नहीं।
____ देव
1 comment:
Truly heart touching poem.......... I really thank u from the bottom of my heart for the wonderful collection of poems and Wallpapers....
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